Cinnamon in hindi – Cinnamon (दालचीनी) एक अंग्रेजी शब्द है, जिसे 15वी शताब्दी को अंग्रेजी बोलचाल में शामिल किया गया। दालचीनी का साइंटिफिक नाम (Cinnamomum verum) सिन्नामोमम वेरुम है। एक छोटा सदाबहार पेड़ 10–15 मी (32.8–49.2 फीट) तक ऊंचा होता है, यह श्रीलंका एवं दक्षिण भारत में बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इस पेड़ से निकली हुई छाल को दालचीनी (Cinnamon in hindi) कहते हैं इस पेड़ की छाल का प्रयोग मसाले की तरह होता है. इस पेड़ की छाल से एक अलग तरह की खुशबू आती है, जिस वजह से इसे गरम मसालों की श्रेणी में शामिल किया गया है। संस्कृत में त्वक और दारुसिता के नामो से दालचीनी जाना जाता हैं।
दालचीनी आपके किचन में रखा वो मसाला है जो खाने के साथ साथ दवा का काम भी करता है। बहुत पहले के समय से ही दाल चीनी का इस्तेमाल मसाले और दवा दोनों के रुप में उपयोग किया जाता रहा है। दालचीनी (Cinnamon in hindi) में एंटी इंफ्लेमेटरी और संक्रामक विरोधी के कई गुण होते हैं जो शरीर की कई तकलीफों को दूर कर देते हैं। इसके पोषक तत्व स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। दालचीनी को आप एक आयुर्वेदिक औषिधी भी कह सकते हैं. आपको बताते हैं दालचीन के फायदे और नुकसान के बारे में।
दालचीनी के फायदे (Benefit of Cinnamon in hindi)
जैसा की हम सभी जानते हैं कि दालचीनी को इंग्लिश में cinnamon कहा जाता हैं. आज हम दालचीनी के फायदे (Benefit of Cinnamon in hindi) के बारे में कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं, जिनको जानकर आप दंग रह जाओगे. आज के समय में दालचीनी मात्र एक मसाला न रहकर एक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाने लगा हैं. इससे अनेक बीमारियों को दूर किया जा सकता हैं.
डायबटीज (Diabetes)
अगर आप मधुमेह या डायबटीज से पीड़ित हैं तो दालचीनी आपके लिए एक वरदान है। दालचीनी डायबटीज मरीजों के इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया को बढ़ा कर रक्त शर्करा (Blood Sugar) को सामान्य बनाने की कोशिश करता है।
रोज कम से कम डेढ़ से दो चम्मच दालचीनी का इस्तेमाल करने वाले डायबटीज के टाइप 2 वाले मरीजों में रक्त शर्करा कम होती है। इसके लिए आपको अलग से कुछ करने की जरुरत नहीं है। चाय या काफी में भी दालचीनी डालकर आप इसका सेवन कर सकते हैं।
दिमाग बनाएं मजबूत
दलचीनी के गुण दिमाग की शक्ति को बनाए रखने में फायदेमंद साबित होते हैं। दालचीनी के सेवन से मानसिक कार्यक्षमता बढ़ती है। दालचीनी के इस्तेमाल से ध्यान, स्मरण शक्ति (Memory) और कार्यशैली स्मृति में काफी सुधार होता है। ये पार्किस्न और अलजाइमर जैसे तंत्रिका संबंधी विकारों को विकसित होने से रोकने में मदद करता है।
अगर आपको एंकसाइटी (Anxiety) घबराहट होती हो तो दालचीनी का सेवन आपके लिए फायदेमंद है। इससे शरीर में एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक थकान भी दूर होती है।
दिल को रखे स्वस्थ
दालचीनी के फायदे दिल को स्वस्थ रखने में असरदार साबित होते हैं। दालचीनी आपके दिल को भी मजबूत बनाता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे दिल और उसके आसपास की धमनियों को नुकसान पहुंचाने और संक्रमण से बचने में फायदा दिलाता है।
आजकल फैट वाले खाना खाने का चलन बढ़ गया है और यह खाना शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। आप दालचीनी पाउडर में शहद मिलाकर इसका सेवन करेंगे तो आपका दिल हमेशा मजबूत रहेगा।
कैंसर के प्रभाव को करता है कम
दलचीनी के गुण कैंसर जैसी बीमारी में लाभकारी होते हैं। कैंसर जैसी गंभीर समस्या आज भी कई लोगों की जान ले लेती है। कई शोध से इस बात का खुलासा हुआ है कि दालचीनी कैंसर की कोशिकाओं को फैलने से रोकता है। अगर इसे रोजाना खाया जाए तो कैंसर होने के आसार बहुत हद तक कम हो जाते हैं। साथ ही ये DNA के होने वाले नुकसान और कैंसर ट्यूमर के विकास को रोकता है साथ ही ये कैंसर कोशिकाओं को खुद से खत्म कर देता है।
रक्त परिसंचरण में कारगर
शरीर में बह रहे रक्त का साफ होना जरुरी है और उसके पूरे शरीर में अच्छे से प्रवाहित होने से ही बीमारियां नहीं होती हैं। दालचीनी में कौमारिन नाम का यौगिक होता है जो रक्त को पतला करने का काम करता है। दालचीनी (Cinnamon in hindi) के इस्तेमाल से पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण (Blood Circulation) अच्छा होता है और लिवर का काम भी सही से चलता है। हालांकि इसका ज्यादा सेवन लिवर को खराब कर सकता है इसलिए इसका कम इस्तेमाल करें।
दालचीनी के गुण मानसिक रोग करे दूर
दालचीनी (cinnamon in hindi) सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रोग को भी दूर करने का काम करता है। दालचीनी के इस्तेमाल से अल्जिमर, पार्किसंस, मल्टीपल स्केलरोसिस, दिमाग का ट्यूमर जैसी समस्याओं को रोकता है।
दालचीनी के फायदे गठिया के लिए
गठिया के दर्द से बहुत लोग पीड़ित रहते हैं, लेकिन वह यह नहीं जनाते कि उनके किचन में रखी दालचीनी उनके इस दर्द को कम कर सकती है। दालचीनी के फायदे गठिया जैसी समस्या में निजात देते हैं। सुबह शाम एक चम्मच शहद के साथ आधा चम्मच दालचीनी के उपयोग से गठिया के दर्द में राहत मिलेगी और बिना किसी दर्द के चलना फिरना भी आसान हो जाएगा।
दालचीनी निखारे खूबसूरती
यह मसाला ना सिर्फ रोगों को दूर करता है बल्कि चेहरे की खूबसूरती भी निखारता है। अगर आपके चेहरे पर दाने मुंहासे हो गए हैं तो दालचीनी का इस्तेमाल करें। इतना ही नहीं इसके लेप से त्वचा के डेड सेल्स हटते हैं और चमक बनी रहती है।
तीन चम्मच शहद के साथ एक चम्मच दालचीनी पाउडर को मिलाकर पेस्ट बना लें और कील मुंहासे वाली जगह लगा लें। पेस्ट सूख जाने के बाद धो दें।
दालचीनी (cinnamon in hindi) बालों के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। दालचीनी आज से ही नहीं बल्कि लंबे समय से बालों को मजबूत बनाने के काम आता है। दालचीनी खून साफ करता है जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है।
एक चम्मच दालचीनी, 1 चम्मच शहद, 1 चम्मच जैतून का तेल और 1 अंडा मिलाकर पेस्ट बनाकर सिर में लगाएं। इसके सूखने के बाद धो लें। आपके बाल मजबूत हो जाएंगे।
कैसे करें दालचीनी का प्रयोग
इसे कई तरह से प्रयोग में लाया जा सकता है। जैसे दालचीनी शहद, दालचीनी दूध, दालचीनी पाउडर इनके इस्तेमाल से भी आप इसके गुणों का लाभ उठा सकते हैं।
दालचीनी पाउडर
पाउडर को दालचीनी के पेड़ की छाल से बनाया जाता है। इसका इस्तेमाल पेस्ट्री में भी किया जाता है। इसके अलावा और भी खाने पीने की चीजों में आप दालचीनी पाउडर मिलाकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
दालचीनी दूध
दूध के साथ दालचीनी मिलाकर एक बेहतरीन पेय पदार्थ बनाया जाता है। इससे अनिद्रा यानी नींद की कमी दूर होती है।
दालचीनी शहद
शहद और दालचीनी शरीर की कई तरह की बीमारी को दूर करने का काम करता है। शहद और दालचीनी अपच और बुरी सांस जैसी समस्या को दूर करता है।
दालचीनी तेल
इस मसाले को सिर्फ खाने में ही नहीं लगाने के काम में भी इस्तेमाल किया जाता है। दालचीनी का तेल इसके पेड़ की पत्तियों और छाल से बनाया जाता है। ये तेल मधुमेह यानी डॉयबटीज, मासिक धर्म यानी पीरियड्स में होने वाली परेशानी को भी दूर करने का काम करता है। इसका कई बीमारियों के लाज में भी उपयोग किया जाता है।
दालचीनी और दूध के फायदे
दूध के साथ दालचीनी के फायदे लाजवाब है, लेकिन इसके क्या फायदे हैं आपको इसकी जानकारी नहीं होगी। दालचीनी को वंडर स्पाइस इसलिए ही कहते हैं क्योंकि ये स्वाद के साथ साथ सेहत भी बनाता है। अब आपको बताते हैं कि दालचीनी और दूध के क्या फायदे होते हैं।
पाचन करे मजबूत
पाचन क्रिया मजबूत ना हो यानी खाना अच्छे से ना पचता हो तो दालचीनी का दूध के साथ सेवन बहुत ही बेहतर होता है। साथ ही यह गैस की समस्या को भी दूर करता है।
शुगर लेवल करे नियंत्रित
Cinnamon in hindi – दालचीनी में ऐसे चमत्कारी गुण पाए जाते हैं जो शुगर की बीमारी को दूर करते हैं। ऐसे में शुगर लेवल को कम करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल दूध के साथ करें। ये टाइप 2 के मरीजों के लिए सबसे कारगर होता है।
नींद के लिए बेहतर
अनिद्रा की समस्या से लोग बहुत परेशान होते हैं। अगर सोने में समस्या हो तो दालचीनी वाला दूध पीएं। सोने से पहले दालचीनी वाला दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
बाल और चेहरा बनाए खूबसूरत
दालचीनी वाला दूध बाल और त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। ये बालों के इंफेक्शन को भी दूर करता है।
हड्डियां बनें मजबूत
हड्डियों को मजबूत बनाने में दालचीनी (cinnamon in hindi) वाले दूध का इस्तेमाल करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके सेवन से गठिया की समस्या भी नहीं होती।
दालचीनी के पौष्टिक तत्व (Cinnamon Nutritional Value in Hindi)
दालचीनी के गुण स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उत्तम मने जाते हैं। दालचीनी में बहुत से पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। आज उन्हीं पौष्टिक तत्व के बारे में हम आपको बताएंगे –
पोषक तत्व | मात्रा | आरडीए पर्सेंटेज |
प्रोटीन | 0.32g | 0.79% |
एनर्जी | 19.76 Kcal | – |
फैट | 0.10 g | 0.32% |
कोलेस्ट्रॉल | 0mg | 0% |
कार्बोहाइड्रेट | 6.45 g | 5.77% |
इलेक्ट्रोलाइट्स | ||
---|---|---|
सोडियम | 0.8 mg | – |
पोटैशियम | 34 mg | – |
विटामिन्स | ||
विटामिन ए | 1 IU | 0% |
विटामिन सी | 0.3 mg | 0.51% |
विटामिन ई | 0.19 mg | 1.72% |
विटामिन के | 2.5 µg | 3.7% |
फोलेट्स | 0 µg | 0% |
मिनरल्स | ||
आयरन | 0.67 mg | 10.63% |
कैल्शियम | 80 mg | 8% |
मैग्नीशियम | 5 mg | 1.81% |
जिंक | 0.15 mg | 1.87% |
मैंगनीज | 1.39 mg | 73.93% |
फॉस्फोरस | 5 mg | 0.70% |
लिपिड | ||
कोलेस्ट्रॉल | 0 g | 0% |
कैफीन | 0 g | 0% |
दालचीनी के नुकसान
दालचीनी में लाखों गुण होने के बाद भी इसके नुकसान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दालचीनी का ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता हैं।
- गर्भवती यानी प्रेगनेंट महिलाओं को दालचीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। दालचीनी के सेवन से पेट में दर्द और एसिडिटी की समस्या भी हो जाती है। इतना ही नहीं जल्दी डिलीवरी का खतरा भी बढ़ जाता है।
- दालचीनी खून पतला भी करता है इसलिए जिनको खून की समस्या हो तो उन्हें दालचीनी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अगर लीवर में सूजन या दर्द की समस्या है तो दालचीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। दालचीनी के ज्यादा सेवन से पेट में गैस बनने लगती है ।
- दालचीनी का पैक बनाकर त्वचा में लगाने से चेहरे पर रौनक आती है, लेकिन कुछ लोगों के स्किन बहुत लूज होती हैं। उन्हें इसका फेसपैक लगाने से बचना चाहिए।
- कुछ लोगों को दालचीनी से ही एलर्जी हो सकती है इसलिए उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
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